ईसरी

                पारसनाथ स्टेशन के सामने ही लगभग एक फर्लांग दूरी पर ईसरी में दो दिगम्बर जैन धर्मशालाएँ बनी हुई हैं। एक बीसपन्थी और दूसरी तेरापंथी । दोनों निकट-निकट हैं। दोनों धर्मशालाओं में जिनमंदिर हैं और दोनों के बीच में श्रीगणेश प्रसादवर्णी द्वारा स्थापित उदासीन आश्रम है, जहाँ अनेक विरक्त स्त्री-पुरुष धर्मध्यान करने हेतु प्रवास करते हैं।