महावीर जिन सिद्ध भाए, पावापूर से जोय । मन वच तन कर पूजहूूँ, शिखर नमूं पददोय ।।
ओं ह्रीं श्री महावीर स्वामी पावापूर से पद्म सरोवर स्थान से २६ मुनी मोक्ष पधारे तिनके चरणारबिंद को मेरा मन वचन काय से बारंबार नमस्कार हो ।