मधुबन से भगवान् कुंथुनाथ जी की टोंक तक ६ मील (६ किमी.) तथा ऊपर समस्त टोकों की वन्दना का घुमाव ६ मील तथा पार्श्वनाथ से नीचे धर्मशाला तथा आने में ६ मील इस प्रकार १८ मील यानि २७ किमी. की यात्रा पुण्यभूमि के प्रताप से किसी प्रकार की थकावट प्रतीत नहीं होती है। इस गिरिराज से असंख्यात चौबीसी और अनन्तानन्त मुनीश्वरों ने कर्म नाश कर मोक्ष पद प्राप्त किया है