बडे भाग्य से हमको मिला जिन धर्म,
हमारी कहानी है, तुम्हारी कहानी है, बडी बेरहम ॥
अनादि से भटके चले आ रहे हैं,
प्रभु के वचन क्यूं नहीं भा रहे हैं,
रुदन तेरा भव भव में सुने कौन जन ॥१॥ बडे भाग्य...
भगवान बनने की ताकत है मुझमें,
मैं मान बैठा पुजारी हूं बस मैं,
मेरे घट में घट घट का वासी चेतन ॥२॥ बडे भाग्य...
अणु अणु स्वतंत्र प्रभु ने ज्ञान है कराया ,
विषयों का विष पी
पी उसे ना सधाया,
क्षण भर को भी तो चेतन हो जा मगन ॥३॥ बडे भाग्य...